संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेगा
इस सत्र में 19 बैठकें प्रस्तावित हैं और 16 विधेयक इस सत्र हेतु सूचीबद्ध किए गए हैं
इन 16 विधेयकों में 11 विधेयक पहले से ही लोकसभा या राज्यसभा में लंबित हैं
5 नए विधेयकों में वक्फ बिल, मुसलमान वक्फ (निरसन),और राष्ट्रीय सहकारी विश्वविद्यालय की स्थापना से जुड़े विधेयक महत्वपूर्ण हैं
पृष्ठभूमि:-
संसद के सत्र :
संसद के सत्रों का उल्लेख संविधान के अनुच्छेद 85 में किया गया है।
संसद का सत्र बुलाने की शक्ति औपचारिक रूप से भारत के राष्ट्रपति के पास है।
यद्यपि यह निर्णय संसदीय मामलों की कैबिनेट समिति द्वारा लिया जाता है, जिसे राष्ट्रपति द्वारा औपचारिक रूप दिया जाता है, जिसके नाम पर सांसदों को सत्र के लिए बुलाया जाता है।
पारंपरिक रूप से, संसद एक वर्ष में तीन सत्र आयोजित किए जाते हैं | दो सत्रों के मध्य छह माह से अधिक का समय नहीं होना चाहिए |
सामान्यतः
:: बजट सत्र (पहला सत्र, सबसे लंबा) जनवरी के अंत से अप्रैल के अंत तक/मई के शुरुआत तक।
:: मानसून सत्र – जुलाई से अगस्त तक।
:: शीतकालीन सत्र (तीसरा सत्र) – नवंबर से दिसंबर तक |