केंद्र सरकार ने जनगणना की तिथि घोषित की


केंद्र सरकार ने देश में 16 साल बाद हो रही जनगणना के कार्यक्रम की घोषणा की है।
यह दशकीय जनगणना दो चरणों में पूरी होगी:
पहला चरण – 1 अक्टूबर 2026 से प्रारंभ होगा।
दूसरा चरण – 1 मार्च 2027 से प्रारंभ होगा।


जनगणना का इतिहास

→ मौर्यकाल में चाणक्य के अर्थशास्त्र में जनगणना का उल्लेख मिलता है।
→ मुगलकाल में अबुल फजल के आइन-ए-अकबरी में भी जनगणना संबंधी जानकारी मिलती है।
→ भारत में आधुनिक जनगणना की शुरुआत 1872 में लॉर्ड मेयो द्वारा की गई थी।
→ दशकीय जनगणना की नियमित शुरुआत 1881 में लॉर्ड रिपन द्वारा की गई थी।

 

 महत्वपूर्ण तथ्य

  • वर्तमान में जनगणना भारतीय संविधान की सातवीं अनुसूची के अंतर्गत संघ सूची का विषय है।
  • जनगणना का कार्य केंद्रीय गृह मंत्रालय के जनगणना विभाग द्वारा करवाया जाता है।
  • 1993 में राष्ट्रीय जनसंख्या आयोग का गठन किया गया था।

2026 की नई जनगणना की विशेषताएँ

  1. गृह मंत्रालय के अनुसार, जनगणना की अधिसूचना 16 जून 2025 को राजपत्र में प्रकाशित की जाएगी।
  2. यह विश्व की सबसे बड़ी प्रशासनिक कवायद होगी।
  3. जनगणना 700 से अधिक जिलों, 8000 शहरों और 600 तहसीलों में संपन्न होगी।
  4. इस जनगणना में जाति आधारित जनगणना भी शामिल की जाएगी।
  5. जनगणना के अंतरिम आंकड़े मार्च 2028 में उपलब्ध होंगे, जिनके आधार पर लोकसभा की सीटों का परिसीमन किया जा सकेगा।
  6. यह जनगणना क्रमानुसार 16वीं और स्वतंत्र भारत की 8वीं जनगणना होगी।

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