वैश्विक शांति सूचकांक- 2025
वैश्विक शांति सूचकांक- 2025
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जारीकर्ता : इंस्टिट्यूट ऑफ़ इकनोमिक एंड पीस (IEP)
- यह 19वां संस्करण है तथा 163 देशों को शामिल करता है
- मूल्यांकन : 23 संकेतकों के आधार पर । (तीन प्रमुख क्षेत्रों में मापन- सामाजिक सुरक्षा एवं संरक्षण, घरेलू एवं अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष की तीव्रता, सैन्यीकरण की स्थिति)
पिछले वर्षों के मुकाबले :
संकेतक |
8 |
13 |
2 |
स्थिति |
सुधार |
गिरावट |
कोई परिवर्तन नहीं |
शीर्ष 10 सर्वाधिक शांतिपूर्ण देश :
1 |
आइसलैंड |
6 |
सिंगापुर |
2 |
आयरलैंड |
7 |
पुर्तगाल |
3 |
न्यूजीलैंड |
8 |
डेनमार्क |
4 |
ऑस्ट्रिया |
9 |
स्लोवेनिया |
5 |
स्विट्ज़रलैंड |
10 |
फिनलैंड |
- नोट : सिंगापुर शीर्ष 10 शांतिपूर्ण देशों में शामिल एकमात्र ” एशियाई” देश है। (जापान-12th, मलेशिया- 13th)
- भारत की रैंक 115th (स्कोर : 229) (2024 = 116th)
भारत के पड़ोसी देशों की स्थिति :
देश |
रैंक |
बांग्लादेश |
123 |
पाकिस्तान |
144 |
अफगानिस्तान |
158 |
सबसे कम शांतिपूर्ण देश :
देश |
रैंक |
रूस |
163 |
यूक्रेन |
162 |
वैश्विक रुझान :
- 2025 के वैश्विक शांति सूचकांक में देशों की शांति का औसत स्तर 0.36% कम हो गया है, यह लगातार छठा वर्ष है जब वैश्विक शांति में गिरावट आई है।
- पिछले वर्ष 74 देशों में शांति की स्थिति में सुधार दर्ज किया गया, जबकि 87 देशों में शांति में गिरावट दर्ज की गई।
- सबसे ज्यादा और सबसे कम शांतिपूर्ण देशों के बीच का अन्तर लगातार बढ़ रहा है, पिछले दो दशकों में ” शांति असमानता” 11.7 प्रतिशत बढ़ गई है।
- 2023 में 59 सक्रिय राज्य आधारित संघर्ष थे- (द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से) अब तक का सबसे अधिक
- मध्य पूर्व और उत्तरी अफ़्रीका (MENA) क्षेत्र दुनिया का सबसे कम शांतिपूर्ण क्षेत्र है।
- दुनियाभर में अब 12.2 करोड़ से ज्यादा लोग जबरन विस्थापित हुए हैं। GPI की शुरुआत (2007) के बाद से जबरन विस्थापित लोगों की संख्या में 185 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि हुई है।