शंघाई सहयोग संगठन (Shanghai Cooperation Organisation


शंघाई सहयोग संगठन(SCO)
संदर्भ – रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , 25-27 जून तक चीन के किंगदाओ शहर में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन की रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे।


  • यह किसी भी भारतीय मंत्री का 7 साल बाद चीन का दौरा होगा ।
  • इससे पहले 2018 में तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज चीन गई थी ।
  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपनी यात्रा के दौरान चीन में अपने समकक्ष एडमिरल डोंग जून से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।

शंघाई सहयोग संगठन क्या है ?

  • शंघाई सहयोग संगठन एक क्षेत्रीय अंतर्राष्ट्रीय संगठन है ।
  • इसकी स्थापना चीन ,रूस, कजाखिस्तान , किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, उज़्बेकिस्तान ने मिलकर 2001 में की थी ।
  • 2017 में भारत- पाकिस्तान तथा 2023 में ईरान इसका सदस्य बना ।
  • इस संगठन का उद्देश्य सदस्य देशों के बीच सुरक्षा, आर्थिक एवं राजनीतिक सहयोग को बढ़ाना है ।
  • यह संगठन आतंकवाद, उग्रवाद, ड्रग तस्करी और साइबर अपराध जैसे मुद्दों पर साझा रणनीति बनाता है ।
  • SCO का सचिवालय बीजिंग, चीन में स्थित है ।

भारत के लिए SCO का महत्व

(1)आतंकवाद, अलगाववाद सहित अन्य सुरक्षा संबंधी चिंताओं के लिए साझा रणनीति बनाना।
(2)यह संगठन सैन्य सहयोग व ख़ुफ़िया जानकारी साझा करने के प्रयासों को बढ़ावा देता है ।
(3) खाद्य एवं ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहायक ।

SCO के सदस्य देशों के मध्य वर्तमान में चल रहे विवाद

(1) भारत और चीन के मध्य सीमा विवाद
(2) भारत और पाकिस्तान सीमा पर लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन एवं पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद।
(3) किर्गिस्तान व ताजिकिस्तान के मध्य सीमा संबंधी मुद्दे ।

SCO का महत्व

(1) यह संगठन विश्व की लगभग 40 प्रतिशत जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करता है ।
(2) SCO के सदस्य देश वैश्विक जीडीपी में लगभग 20 प्रतिशत का योगदान करते है ।
(3) यह संगठन क्षेत्रीय आतंकवाद को नियंत्रित करने तथा व्यापार सहयोग बढ़ाने के लिए कार्य करता है ।

पाठ्यक्रम से सम्बंध
(1) यूपीएससी सीएसई मुख्य परीक्षा प्रश्नपत्र 2 से संबंधित
(2) आरएएस मुख्य परीक्षा प्रश्नपत्र 3 से संबंधित

FOLLOW US