लक्षद्वीप के प्रवाल भित्तियों में 24 वर्षों में 50% की गिरावट
लक्षद्वीप के प्रवाल भित्तियों में 24 वर्षों में 50% की गिरावट देखी गई। प्रवाल भित्ति निगरानी कार्यक्रम के प्रमुख निष्कर्ष।
- लक्षद्वीप में प्रवाल आवरण लगभग 50% घटकर 37.24% से 19.6% हो गया।
कारण
- समुद्री ऊष्मा लहर
- गर्म और समुद्री सतह का स्थिर तापमान
- अल नीनो दक्षिणी दोलन (ENSO)
- दक्षिणी भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में महासागरीय-वायुमंडलीय स्थिति।
- 1998, 2010, 2016 की घटनाएँ।
इसके अलावा, अन्य कारण और रुझान
- विरंजन की घटनाओं के कारण धीरे-धीरे रीफ का क्षरण हुआ।
- स्थानीय परिस्थितियाँ जैसे लहर संपर्क और गहराई भी रीफ की पुनर्प्राप्ति को प्रभावित करती हैं।
- 6 वर्षों से अधिक के विरंजन मुक्त अवधि के बाद पुनर्प्राप्ति में सुधार होता है, जो दीर्घकालिक जलवायु स्थिरता की आवश्यकता को दर्शाता है।
# शोधकर्ताओं ने अगत्ती, कदमत और कवरत्ती (लक्षद्वीप द्वीपसमूह) में रीफ का पता लगाया।
परीक्षण परिप्रेक्ष्य
प्रश्न: प्रवाल भित्तियों का ह्रास समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र का एक संकेतक है। भारतीय संदर्भ में इसके कारणों, परिणामों का परीक्षण करें और उन्हें कम करने की रणनीतियाँ सुझाएँ।