स्तंभ 1: जीएसटी की सफलता पर आधारित
- एक राष्ट्र, एक कर।
- करदाताओं का दायरा बढ़ा।
- सरल 2-स्तरीय प्रणाली (5% और 18%)।
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स्तंभ 2: निष्पक्ष कराधान के लिए दरों का युक्तिकरण
- सुचारू शुल्क संरचनाएँ।
- रिफंड (धन वापसी) की तेज़ प्रक्रिया।
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स्तंभ 3: प्रौद्योगिकी के माध्यम से फाइलिंग को सरल बनाना
- छोटे और कम जोखिम वाले व्यवसायों के लिए आसान पंजीकरण।
- निर्यातकों के लिए 90% तक की अग्रिम अनंतिम रिफंड।
- ई-चालान के साथ डिजिटल अनुपालन।
- एआई-आधारित जोखिम का पता लगाना।
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स्तंभ 4: उपभोक्ताओं को प्राथमिकता देना
- आवश्यक वस्तुओं को 0-5% के दायरे में लाना।
- कारों जैसी महंगी वस्तुओं पर कर 28% से घटाकर 18% करना।
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स्तंभ 5: एमएसएमई और निर्माताओं को सशक्त बनाना
- इनवर्टेड ड्यूटी संरचनाओं को ठीक करना।
- ‘मेक इन इंडिया’ का समर्थन करने के लिए दरों को सरल बनाना।
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स्तंभ 6: मजबूत राज्य, मजबूत भारत
- सभी राज्यों के लिए स्थायी राजस्व वृद्धि।
- युक्तिकृत दरों से मांग में वृद्धि होगी।
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स्तंभ 7: कम कर = अधिक खर्च
- परिवार अधिक खरीदते हैं, मांग बढ़ती है और उद्योग बढ़ते हैं।
- सस्ते उपकरण और इलेक्ट्रॉनिक्स से मांग में वृद्धि होगी।
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