चर्चा में क्यों: शेख हसीना ने उग्र विरोध और आन्दोलन के बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।
पाठ्यक्रम लिंकेज: पेपर-3,यूनिट–I→ भारत के पड़ोसी देशों के साथ संबंध
❒छात्रों के तीव्र विरोध के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और बांग्लादेश छोड़कर भारत में शरण मांगी।
❒नोबेल पुरस्कार विजेता डॉ– मुहम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में शपथ दिलाई गई है।
❒छात्र आंदोलन के नेता नाहिद इस्लाम और आसिफ महमूद को अंतरिम सरकार में प्रमुख भूमिकाएं सौंपी गई हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य
🔾बांग्लादेश स्वतंत्रता के प्रतीक शेख मुजीबुर रहमान ने पूर्वी पाकिस्तान के लोगों को पश्चिमी पाकिस्तान के उत्पीड़न से मुक्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
🔾स्वतंत्रता आंदोलन में उनके नेतृत्व के लिए उन्हें बांग्लादेश में राष्ट्रपिताकहा जाता हैउन्हें विश्व स्तर पर बंगबंधु सम्मानजनक उपाधि से सम्मानित किया जाता है।
🔾1973बांग्लादेश में पहले संसदीय चुनाव हुए और मुजीबुर रहमान के नेतृत्व वाली अवामी लीग को भारी जीत मिली।
🔾1995 मेंएक सैन्य तख्तापलट हुआजिसमें संस्थापक राष्ट्रपति शेख मुजीबुर रहमान और उनके परिवार के अधिकांश सदस्य मारे गए।
🔾इसके बाद बांग्लादेश ने 15 साल तक सैन्य शासन के अधीन बिताया और 1990 में लोकतंत्र बहाल हुआ।
🔾1991 में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की नेता खालिदा जिया प्रधानमंत्री बनीं।
🔾1996 शेख मुजीबुर रहमान की बेटी शेख हसीना प्रधानमंत्री बनीं।
बांग्लादेश संकट के कारण
❒आरक्षण नीति
5 सितम्बर 1972 को स्वतंत्रता सेनानियों के लिए सरकारी एवं अर्द्धसरकारी पदों पर 30% तथा महिलाओं के लिए 10% आरक्षण की व्यवस्था स्थापित की गई।
🔾अगस्त 1975 में शेख मुजीबुर रहमान की हत्या के बादइस आरक्षण को 1996 तक समाप्त कर दिया गया।
🔾जब 1996 में शेख हसीना प्रधानमंत्री बनींतो स्वतंत्रता सेनानी कोटे का लाभ उनके बच्चों को भी दिया गया और बाद में 2011 में उनकी अगली पीढ़ी को भी आरक्षण दिया गया।
🔾2018 में शेख हसीना के नेतृत्व वाली सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी और अन्य आरक्षित श्रेणी को खत्म करने का फैसला किया, जिसे अदालत में चुनौती दी गई।
🔾21 जुलाई2024 को सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि 93% सरकारी नौकरियां योग्यता आधारित प्रणाली के आधार पर आवंटित की जाएंगी और 7% नौकरियां स्वतंत्रता सेनानियों और अन्य लोगों के लिए आरक्षित की जाएंगी।
❒राजनीतिक कारण
🔾शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग ने जनवरी में लगातार तीसरी बार चुनाव जीता और विपक्षी पार्टी ने चुनावी धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए चुनाव का बहिष्कार किया।
🔾शेख हसीना सरकार द्वारा पिछले दशक में कई विपक्षी नेताओं को गिरफ्रतार किया गया।
❒सांस्कृतिक एवं वैचारिक कारण
🔾बांग्लादेश धर्मनिरपेक्ष राष्ट्रवादियों और मुस्लिम राष्ट्रवादियों के बीच विभाजित हैजिन्होंने1971 ग्राम का समर्थन नहीं किया था।
🔾शेख हसीना ने छात्र प्रदर्शनकारियों को रजाकारकहाजिससे बांग्लादेश में इस्लामवादी और पाकिस्तान समर्थक भावनाओं के पुनरुत्थान का मार्ग प्रशस्त हुआ।
भारत-बांग्लादेश संबंधों के प्रमुख पहलू
❒ऐतिहासिक संबंध
🔾1974 का मुक्ति संग्राम, जिसके परिणामस्वरूप बांग्लादेश का जन्म हुआदोनों देशों के संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ।
🔾भारत ने लाखों बांग्लादेशी शरणार्थियों को सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
❒सांस्कृतिक सहयोग
🔾ढाका स्थित इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र और भारतीय सांस्कृतिक केंद्रभारत और बांग्लादेश के बीच साझा सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के लिए मंच के रूप में कार्य करते हैं।
🔾बांग्लादेशी प्रतिभाओं को आकर्षित करने के लिए बांग्लादेश युवा प्रतिनिधिमंडल 2022 का शुभारंभ किया गयाजिसके बाद फरवरी 2024 में 100 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भारत का दौरा करेगा।
❒आर्थिक सहयोग
🔾वित्त वर्ष 2023-24 में 13 बिलियन अमरीकी डॉलर के कुल द्विपक्षीय व्यापार के साथ बांग्लादेश दक्षिण एशिया में भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है।
🔾भारत एशिया में बांग्लादेश के लिए सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है।
🔾भारत ने दक्षिण एशियाई मुक्त व्यापार समझौते (साफ्रटा) के तहत तम्बाकू और शराब को छोड़कर सभी टैरिफ लाइनों पर बांग्लादेश को शुल्क मुक्त कोटा पहुंच प्रदान की।
❒विकास और कनेक्टिविटी सहयोग
🔾अखौरा-अगरतला सीमा पार रेल संपर्क और खुलना-मोंगला बंदरगाह रेल लाइन का उद्घाटन।
🔾भारत और बांग्लादेश के बीच पांच परिचालन बस मार्ग कोलकाताअगरतला और गुवाहाटी को ढाका से जोड़ते हैं।
🔾शेष भारत और पूर्वोत्तर के बीच माल की आवाजाही को आसान बनाने के लिए चटगांव और मोंगला बंदरगाह के उपयोग के लिए समझौता।
🔾भारत ने 2016 से बांग्लादेश को सड़करेलशिपिंग और बंदरगाह अवसंरचना के विकास के लिए 8 बिलियन डॉलर की तीन क्रेडिट लाइन दी हैं।
❒भूमि सीमा समझौता (100वां संविधान संशोधन अधिनियम2015)
🔾भारत और बांग्लादेश ने विवादित द्वीपों की अदला-बदली कर दी और वहां के निवासियों को अपना निवास देश चुनने की अनुमति दे दी।
❒विद्युत एवं ऊर्जा सहयोग
🔾पश्चिम बंगाल में सिलीगुड़ी और बांग्लादेश में पार्वतीपुर को जोड़ने वाली भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइनबांग्लादेश को प्रतिवर्ष दस लाख मैट्रिक टन हाई-स्पीड डीजल पहुंचाएगी।
🔾2018 मेंरूपपुर परमाणु ऊर्जा संयंत्र परियोजना के कार्यान्वयन पर सहयोग करने के लिए रूस बांग्लादेश और भारत के बीच एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे।
❒रक्षा सहयोग
🔾दोनों देश के मध्य रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए थलसेना के लिए सम्प्रीतिऔर नौसेना के लिए बोंगो सागरजैसे संयुक्त सैन्य अभ्यास आयोजित किए जाते हैं।
❒चिकित्सा सहयोग
🔾भारत के अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सा रोगियों में से 35% से अधिक बांग्लादेश से आते हैं तथा चिकित्सा पर्यटन से भारत के राजस्व में 50% से अधिक का योगदान बांग्लादेश से आता है।
भारत पर हालिया संकट का प्रभाव
❒17 वर्षों के बाद शेख हसीना के सत्ता से हट जाने के कारण भारत ने एक विश्वसनीय क्षेत्रीय साझेदार खो दिया है।
❒राजनीतिक स्थिरता में व्यवधान से द्विपक्षीय व्यापार प्रभावित हो सकता है।
❒भारत-बांग्लादेश संबंधों में व्यवधान से पूर्वोत्तर तक भारत की पहुंच सीमित हो सकती है।
❒भारत के सामरिक हित दांव पर हैंजिनमें आतंकवाद निरोधक प्रयास और क्षेत्रीय स्थिरता भी शामिल है।
❒इस्लामी चरमपंथ का पुनरुत्थान हिंदू अल्पसंख्यकों के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।
❒1972 के संकट के समान शरणार्थियों की संख्या में वृद्धि से भारत के सीमावर्ती राज्यों में संसाधनों की कमी हो सकती है।
❒तस्करीअवैध प्रवासियों का प्रवेशउग्रवाद और कट्टðरपंथ हमारे लिए आंतरिक सुरक्षा चुनौतियां हैं।
❒भारत बांग्लादेश के साथ सबसे लंबी सीमा साझा करता हैजिससे सीमा सुरक्षा की चुनौती हो सकती है (4096.7 किमी)
❒दोनों देशों के बीच 54 नदियां हैंजो दोनों देशों के लाखों लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैंइसलिए सीमापार नदी जल प्रबंधन एक चुनौती है।
❒खुलना-मोंगला बंदरगाह रेल लाइन और अखौरा-अगरतला रेल लिंक जैसी बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी परियोजनाओं को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।