क्वाड एट सी शिप ऑब्जरवेशन मिशन
संदर्भ – हिन्द-प्रशांत महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और आपसी सहयोग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से क्वाड देशों ने पहली बार क्वाड एट सी शिप ऑब्जरवेशन मिशन शुरू किया है ।
- इस मिशन के तहत प्रत्येक सदस्य देश से महिला अधिकारी सहित 2 अधिकारियों ने भाग लिया है
- वर्तमान में ये सभी अधिकारी अमेरिकी कोस्ट गार्ड कटर स्ट्रेटन जहाज से गुआम की यात्रा कर रहे है ।
क्वाड क्या है ?
- क्वाड , भारत,अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया द्वारा निर्मित एक समूह है ।
- इसकी अनौपचारिक शुरूआत 2004 में सुनामी सहयोग के दौरान हुई थी ।
- 2007 में सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक हुई तथा 2017 में औपचारिक रूप से क्वाड का गठन किया गया ।
क्वाड के उद्देश्य
- नियम आधारित वैश्विक व्यवस्था , नौवहन की स्वतंत्रता और बजट की एक उधार व्यवस्था को सुरक्षित करना
- समुद्री सुरक्षा और जलवायु परिवर्तन पर सहयोग स्थापित करना
- क्षेत्र में चीन के प्रभाव को संतुलित करने के लिए तंत्र
- क्षेत्र में निवेश बढ़ाने के किए परिस्थितिक तंत्र विकसित करना
- तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देना
महत्व
- इसके केंद्र में हिन्द प्रशांत क्षेत्र है , जो कि भू-राजनीतिक दृष्टि से सर्वाधिक महत्वपूर्ण है ।
- इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण समुद्री मार्ग गुजरते है जो की वैश्विक व्यापार के लिए महत्वपूर्ण है ।
- इस क्षेत्र में चीन द्वारा उत्पन्न विवाद समावेशी एवं समृद्ध हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के लिए चुनौती है ।
- क्वाड के सदस्य देश तकनीक , आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन, आपदा प्रबंधन तथा मानवीय सहायता के क्षेत्र में सहयोग कर सकते है ।
- यह समूह भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने में मदद कर सकता है ।
क्वाड की चुनौतियां
- क्वाड के उद्देश्य एवं विज़न स्पष्ट नहीं है ।
- हिन्द-प्रशांत की परिभाषा को लेकर भी मतभेद है ।
- चीन ने इसे एशियन नाटो की संज्ञा दी है ।
- भारत व रूस के संबंध भी इससे प्रभावित हुए है ।
आगे की राह
(1) क्वाड के स्थायी सचिवालय का निर्माण किया जाना चाहिए ।
(2) इसकी नियमित औपचारिक बैठक आयोजित की जानी चाहिए ।
(3) इसके विज़न एवं उद्देश्यों को स्पष्ट किया जाना चाहिए ।
SOURCE – PIB website + SBA Content